Aaradhana ho swar susajjit song lyrics
आराधना हो स्वर सुसज्जित
प्रभु इस पवन धरा पर
आज हर मानव है पुलकित
खिस्त के पवन जनम पर
कितनी खुश है आज प्रकृति, कर पुष्प है महक रहा है
साडी सृष्टि आज मुकर है, बालक यीशु को पाकर
आराधना हो स्वर सुसज्जित
प्रभु इस पवन धरा पर
रूप घरा उसने मानव का, भेंट चढ़ाया निज जीवन को
अर्पण है चाँद पूष्य हमारे, कर लो तुम इनको स्वैकार
आराधना हो स्वर सुसज्जित
प्रभु इस पवन धरा पर